श्री आदिगुरु पीठ
श्री आदिगुरु पीठ / मठ :- आदिगुरु को समर्पित उनका वह स्थान ( मठ ) जहां साधक साधन कर साधन संपन्न होते है, जहां विद्यार्थी साधनार्थी सद्गुरु के सानिध्य का लाभ प्राप्त करते है। आचार्य द्वारा आदिगुरु की शिक्षाओं दीक्षाओं को यथा अधिकार शिष्यों को प्रदान कर उनकी शंकाओं जिज्ञासाओं का समाधान कर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया जाता है आदिगुरु की शिक्षाओं सेवाओं को समर्पित यह आदिगुरु मठ है, जहां पीठस्थ आचार्य के द्वारा मठ के धर्मार्थ लोककल्याणकारी कार्यों को गति प्रदान की जाती है। इसलिए इसे श्री आदिगुरु पीठ भी कहा जाता है। मठ में आद्य शक्ति जगजननी अनंत कोटि ब्रह्मांड नायिका राज राजेश्वरी श्री माता श्री ललिता महात्रिपुर सुंदरी स्वयं अपनी शक्तियों सहित विराजमान है और यहां भगवती सती के केश निपात हुए थे इसलिए यह केश शक्ति पीठ भी है अत: श्री आदिगुरु मठ के शक्ति समन्वित होने से भी इसे श्री आदिगुरु पीठ कहा जाता है।
श्री आदिगुरु पीठ सेवा न्यास
पीठ के उद्देश्यों सेवा कार्यों के पूर्ति हेतु श्री आदिगुरु पीठ सेवा न्यास नामक धर्मार्थ लोककल्याणकारी संस्था की स्थापना की गई है। श्री आदिगुरु पीठ के उद्देश्य और सेवा कार्य निम्न विभागों में निहित है।
